How to
avoid giveing maintenance to wife in fake case? तलाक के मामलों में गुजारा भत्ता देने से पति कैसे बचें ?
देख भाल या रखरखाव महत्वपूर्ण कारण है जो कि आपसी में लड़े गए तलाक के मामलों में होता है जिसमें जीविका के लिए पत्नी, एक पति पर दबाव डाल सकती है। जीवन यापन के मामले में अदालत पत्नी का पक्ष लेती है। पति से मोटा पैसा या रकम प्राप्त करने के लिए कानून का गलत प्रयोग किया जाता हैं। देखभाल के लिए दिए जाने वाले भत्ते से बचने के लिए आप कुछ तरीको का प्रयोग कर सकते है लेकिन पूरी तरह से टाला नही जा सकता है। जबकि कुछ ऐसी परिस्थितियाँ है, जहाँ पर आप जीवन यापन के लिए दिए जाने वाले रकम से बच सकते है।तलाक के मामले में बचने के लिए कई सारे ऐसे तरीके है , जिसका उपयोग कर के आप दिए जाने वाले रकम को कम कर सकते है
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पत्नी के पास
एक निश्चित
आय का
स्रोत है
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अपने आय और
व्यय की
सही जानकारी
कोर्ट को
दे कर
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यदि पत्नी के
पास काम करने
योग्य या
योग्यता है
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यदि पत्नी द्वारा
झूठा केस
दर्ज कराया
गया है
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यदि पत्नी पुनःविवाह
करती है
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पत्नी के पास एक निश्चित आय का स्रोत है
यदि पत्नी के पास एक निश्चित आय का स्रोत है तो आप को गुजरा भत्ता देने से बच सकते है यह आप को proof करना पड़ेगा कोर्ट में कि आप की पत्नी के पास एक निश्चित आय का स्रोत है। इसके लिए आप को ITR या और कोई दस्तावेज प्रयोग कर सकते है।आप की पत्नी आर्थिक रूप से सक्षम है तो आपके द्वारा न्यायिक रूप से दिए जाने वाले रकम से पूरी तरह बच सकते है।
· अपने आय और व्यय की सही जानकारी कोर्ट को दे कर
यदि आप अपने आर्थिक स्थिति के बारे में कोर्ट को बताते है और अपने आय और व्यय का विवरण कोर्ट के सामने प्रस्तुत करते है । और इन सभी जानकारी से कोर्ट संतुष्ट हो जाता है कि आप गुजारा भत्ता देने में असक्षम है तो कोर्ट आप के पक्ष में फैसला सुना सकता है।इन सभी खर्चो में उचित खर्चो के बारे में ही बताये जो कोर्ट को उचित लगे जैसे स्वास्थ संबंधित खर्चे, कोई आप पर निर्भर है तो उसके खर्चे और इन सभी खर्चो को आप को साबित करना पड़ सकता है इस लिए वही खर्चे दिखाए जो आप साबित कर सकते है।
· यदि पत्नी के पास काम करने योग्य या योग्यता है
ऐसी भी स्थिति होती है कि जब पत्नी कोई नौकरी नही करती या फिर ऐसी कोई काम नही करती जिससे आय हो। लेकिन काम करने योग्य या योग्यता रखती है । यह आप को साबित करना पड़ सकता है कि आप की पत्नी शिक्षित और नौकरी करने में सक्षम है। तो यह तर्क आपके पक्ष में निर्णय देने में सहयोगी होगा। क्योंकि अदालत को यह अपेक्षा नही रहती है कि जब वह नोकरी करने योग्य है फिर वह घर क्यों बैठी है।
· यदि पत्नी द्वारा झूठा केस दर्ज कराया गया है
यदि आप पर झूठ के आधार पर केस दर्ज हुआ है तो यह साबित करके आप दिए जाने वाले रकम से बच सकते है।
· यदि पत्नी पुनःविवाह करती है
पत्नी की पुनःविवाह के केस में भी पत्नी को कोर्ट के आदेश से दिए जाने वाले रकम को पाने का अधिकार नही होगा। लेकिन बच्चों की देख रेख और पालन पोषण आप को ही करना पड़ेगा।
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महत्वपूर्ण बातें जिसे आप हमेशा ध्यान रखे
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आमतौर पर
ज्यादातर व्यक्ति यह गलती जरूर करते है कि कोर्ट के आदेश पर दिए जाने वाले रकम से बचने के लिए , अपनी नौकरी और व्यवसाय छोड़ देते है और यह सोचते है कि वह रकम देने से बच जाएंगे अगर ऐसा करेंगे तो यह दाँव उन्ही पर उल्टा पड़ जाता है । इस वजह से कोर्ट आप के खिलाफ आदेश सुना सकता है, ऐसी गलती करने से बचे। आपको नौकरी या व्यवसाय छोड़ने से अच्छा यह है कि आप कोर्ट को यह बताये कि आप आय काम होने के कारण हम गुजारा भत्ता देने में असक्षम है और इसे साबित भी करे।
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आप जानबूझ
कर कोई गलत या अनुचित कदम न उठाए। आप को कोर्ट के प्रति ईमानदार रहना है, अपने पक्ष में आदेश को पाने के लिए कानून की न्यायिक प्रणाली का पालन करना ही एक सही तरीका है।
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