धारा 120 बी और धारा 34 क्या है (what is I P C section 120 B and section 34 in hindi)
आईपीसी की धारा 120 एंड 34 इन हिंदी
यदि कोई व्यक्ति किसी ऐसे अपराध के लिए दोषी पाया जाता है , जहां पर उसे फांसी उम्र कैद या 2 वर्ष से अधिक अवध की कठिन कारावास मिला हो तो उस परिस्थिति में कोई भी व्यक्ति उस अपराध में साजिश में शामिल होता है तो उस व्यक्ति को आईपीसी की धारा 120 बी के तहत उसको भी बराबर का अपराधी माना जाता है और उसी के बराबर उसे सजा भी दिया जाता है ।
आईपीसी की धारा 120b और 34 यदि कोई अपराध में साजिश करता है, तो उस साजिश को अपराध की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे परिस्थिति में आईपीसी की धारा 120 और 120 बी ने अपराध की सजा का प्रावधान है ।यदि आरोपियों की संख्या 1 से अधिक होती है तो पुलिस अपने f.i.r. में धारा 120 बी जरूर लगाते हैं । यहां पर हम देखते हैं कि जो आरोपी है वह खुद अपराध नहीं किया होता वह केवल अपराध में साजिश करता है , जो कानून की नजर में एक गुनाह है।
यदि अपराध करने वाले व्यक्ति को फांसी या उम्रकैद या 2 वर्ष से अधिक कारावास मिलता है , तो उस मामले में एक धारा 120 बी के तहत साजिश करने वाले व्यक्ति को भी उसके बराबर की सजा दिया जाएगा
यदि अन्य कोई मामला है इसमें साजिश करने वाला व्यक्ति है तो उसे 6 महीने की कैद या जुर्माना या दोनों हो सकता है
जो अपराध किया गया है उस पर उम्रकैद या 2 बार से अधिक वर्ष की कारावास का दंड मिला है तो उस परिस्थिति में जो षड्यंत्र करता है उसे भी यह माना जाएगा कि वह अपराध उसी के द्वारा किया गया है ।
आईपीसी की धारा 34 क्या है
आईपीसी धारा 34 का मतलब यह है कि यहां पर एक से अधिक व्यक्तियों द्वारा अपराध का संबंध है यदि दो या दो से अधिक व्यक्त मिलकर कोई अपराध करते हैं तो यह माना जाएगा प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा किया गया कार्य स्वयं व्यक्तिगत रूप से किया गया है ।
उदाहरण के लिए हम देखते हैं कि कुछ कॉलेज के स्टूडेंट एक व्यक्ति को जो A है उसे B ने डंडे से सर पर चोट किया लेकिन उसके साथ C और D भी थे। जिन्होंने उस व्यक्ति को डंडे से तो नहीं मारा लेकिन B के साथ थे । जिस वजह से B के ऊपर धारा 323 के अंतर्गत अभियोग चलाया जाएगा लेकिन उसके साथ-साथ धारा 34 भी लगाया जाएगा जहां पर B के साथ C और D को भी डंडे से हमला करने वाले व्यक्ति के बराबर दंड दिया जाएगा
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